सिंगर, एक्टर और डायरेक्टर परमीश वर्मा से गैंगस्टर दिलप्रीत द्वारा ली गई 20 लाख रुपये की रंगदारी की रकम में से पुलिस ने चार लाख बरामद कर लिए हैं। यह राशि पुलिस रिमांड पर चल रहे गैंगस्टर दिलप्रीत की निशानदेही पर बरामद की है। यह दावा एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने शनिवार को किया। वहीं, आरोपी गैंगस्टर ने पुलिस को बताया है कि 20 लाख में से उसके हिस्से में केवल छह लाख रुपये आए थे बाकी रकम उसके अन्य साथी ले गए थे। इन छह लाख में उसने दो लाख खर्च किए थे।
वहीं, एसएसपी ने साफ किया है कि दिलप्रीत से उनकी टीम गहराई से पूछताछ कर रही है। साथ ही उन्हें भविष्य में कई खुलासे होने की उम्मीद है।
गैंगस्टर दिलप्रीत ने परमीश वर्मा पर 13 अप्रैल की रात उस समय हमला किया था जब वह एलांते से वापस घर लौट रहा था। इस दौरान जब परमीश सेक्टर-91 में पहुंचा तो आरोपी ने उस पर फायर किए थे। गोली लगने के बाद घायल परमीश ने एसएसपी को फोन किया और उसी स्थिति में कार चलाकर अपनी जान बचाई थी। 15 अप्रैल को फेसबुक पर दिलप्रीत ने हमला करने की पुष्टि की थी।
वहीं, पता चला है कि हमले से पहले ही आरोपी ने दिलप्रीत से रंगदारी मांगी थी। परमीश पैसे नहीं दे रहा था, ऐेसे में उस पर हमला किया गया था। इसके बाद पता चला है कि दिल्ली में जाकर सिंगर के जानकारों ने आरोपियों को 20 लाख रुपये की अदायगी की थी। हालांकि पुलिस ने परमीश को उस समय सिक्योरिटी भी दी थी। केस की जांच कर रहे डीएसपी इनवेस्टिगेशन कंवलप्रीत सिंह चहल और डीएसपी सिटी एक अमरोज सिंह की टीम आरोपी दिलप्रीत से उसके द्वारा किए उस हर जुर्म का राज खुलवाने में काफी हद तक कामयाब रही है। ऐसा ही एक केस गैंगस्टर रूपिंदर गांधी के भाई की हत्या का मामला भी था।
साइबर सेल की नजर संदिग्ध पोस्ट और वीडियो पर
पंजाब पुलिस के साइबर सेल की नजर हर उस पोस्ट व वीडियो पर है जो पंजाब में अशांति या माहौल खराब कर सकता है। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति संदिग्ध लोगों के संपर्क में है तो उस पर भी पुलिस की टीम नजर रख रही है। साथ ही आरोपी व्यक्ति पर नजर रखने के लिए संबंधित जिले के अधिकारियों को सूचित किया जाता है।
दिलप्रीत की टांग की हालत खराब
जब चंडीगढ़ में गैंगस्टर दिलप्रीत को पंजाब व चंडीगढ़ की पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान पकड़ा था, उस समय उसकी टांग में गोली लग गई थी । गोली लगने से उसकी टांग की हालत खराब गई थी। इतना ही नहीं भले ही अब आरोपी को मोहाली पुलिस ने अस्पताल में रखा है, लेकिन वह लगातार टांग में पस पड़ने की शिकायत कर रहा था। मोहाली पुलिस उसे दो बार पीजीआई लेकर गई है।
कैमरे व पुलिस की नजर
भले ही आरोपी गैंगस्टर दिलप्रीत चलने फिरने में असमर्थ है, लेकिन पंजाब पुलिस द्वारा आरोपी पर कैमरों व पुलिस जवानों की मदद से नजर रखी जा रही है। एसएचओ स्तर के अधिकारी को उस पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।