ग्रुप के मेंबर्स की ओर से माफी मांगने को कहा गया तो उसने माफी तक नहीं मांगी।
मोहाली. धार्मिक कार्यों के लिए बनाए गए वॉट्सएप ग्रुप हिंदुत्व में एक स्वामी ने पोर्न वीडियो अपलोड कर सैंकड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। वीडियो अपलोड होने के बाद ग्रुप मेंबर्स ने इसे अपलोड करने वाले एक संगठन के धर्म गुरु खरड़ निवासी स्वामी ओंकार सरस्वति का जमकर विरोध किया। उसे ग्रुप के मेंबर्स की ओर से माफी मांगने को कहा गया तो उसने माफी तक नहीं मांगी। जिस ग्रुप में यह वीडियो अपलोड किया गया है, उसमें राज्यभर से धार्मिक लोग, संस्थाओं के नेता और कई महिलाएं भी मौजूद हैं। इसके विरोध में दिल्ली की एक महिला ने राज्यभर के हिंदू नेताओं का नाम लेते हुए अगर ये नेता ऐसे स्वामी पर कोई कार्रवाई नहीं करते तो उन्हें चूड़ियां पहन लेनी चाहिए। उन्होंने इस बारे में दिल्ली के शादरा थाने में शिकायत दी है। वहीं वीडियो अपलोड करने वाले स्वामी का कहना है कि उसका मोबाइल फोन किसी ने हैक कर यह वीिडयो डाला है।
एेसे महापुरुष खुद को लिखते हैं स्वामी :
ग्रुप में वीडियो अपलोड होने के बाद एक मेंबर विशेष शर्मा ने कमेंट किया कि मुझे नहीं पता कि वीडियो अपलोड करने वाला कौन महापुरष है, लेकिन यह शख्स खुद को महापुरुष लिखता है। खरड़ के गुलमोहर सिटी में मंदिर के पुजारी की पदवी पर विराजमान स्वामी ओंकार सरस्वति ने जो वीिडयो अपलोड किया है, वह करीब 1 मिनट 31 सेकेंड का है, जिसमें एक महिला को अश्लील हरकतें करते दिखाया गया है।
दिल्ली की महिला ने पुलिस को दी शिकायत: दिल्ली की महिला हिंदू नेता राज बाला ने ग्रुप में वॉयस मैसेज भेजते हुए कहा कि ग्रुप में हरीश सिंगला, पवन गुप्ता, राजीव ठाकुर और संजीव घनौली जैसे बड़े नेता हैं। अगर वे ऐसा वीिडयो डालने वाले के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेते तो सबको चूिड़यां पहन लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि वे इस बारे में दिल्ली के शादरा थाने में शिकायत दे चुकी हैं।
स्वामी को ग्रुप से रिमूव किया : एडमिन :
ग्रुप के एडमिन पवन कुमार ने कहा कि वे एक हिंदू संगठन के पंजाब महासचिव हैं, जबकि वीडियो अपलोड करने वाले उनके संगठन के धर्म गुरु हैं। अगर उनसे गलती हो गई है तो इसमें क्या किया जा सकता है। हालांकि उन्हें ग्रुप से रिमूव कर दिया है। साथ ही उन्होंने अपने अन्य साथियों से माफी मांग ली थी और इस बारे में मैसेज भी डाल दिया था।
टीम जांच कर रही है- घनौली:
एक हिंदू संगठन के पंजाब प्रभारी संजीव घनौली ने कहा कि इस बारे में स्वामी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके फोन में ऐसी कोई वीिडयो नहीं है। पता नहीं कैसे फोन को हैक करके वीडियो डाला गया है। इस बारे में स्वामी ने भी साइबर क्राइम को शिकायत दी है। घनौली ने कहा कि संगठन की एक टीम इसकी जांच कर रही है। अगर वो दोषी पाए गए तो उन्हें संगठन से बर्खास्त किया जाएगा और पुलिस कार्रवाई करवाई जाएगी।
ग्रुप में शामिल कई मेंबर्स ने इसके विरोध में जहां कमेंट किए, वहीं कई लोगों ने इसके विरोध में वॉयस मैसेज भी भेजे। इन कमेंट्स में इस वीिडयो का जमकर विरोध किया गया और वीिडयो भेजने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई।
किसी ने फोन हैक किया: स्वामी ओंकार
इस बारे में स्वामी ओंकार सरस्वती ने कहा कि उनका फोन किसी ने हैक कर लिया और वीिडयो अपलोड किया। उन्हें नहीं पता कि वीिडयो कैसे ग्रुप में गई। उनके फोन में ऐसी कोई वीिडयो है भी नहीं।