फेज-10 स्थित हाऊस फैड काम्पलैक्स के फ्लैट नंबर-1838/3 से पंजाब पुलिस के स्पैशल स्क्वायड द्वारा दो संदिग्धों को दबोचने के बाद काम्पलैक्स में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों से एक ओर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
सी.सी.टी.वी. कैमरों में जो गतिविधियां कैद हुई हैं उनसे लगता है कि दोनों संदिग्ध किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे। दोनों शनिवार शाम काम्पलैक्स में दाखिल हुए और मुख्य गेट पर उन्हें 2 महिलाएं मिलीं, जिन्होंने दोनों संदिग्धों को कोई सामान दिया।
दोनों संदिग्धों में से एक की पहचान अमृतसर के सुखपाल के रूप में हुई है वह अपने साथी सहित चंडीगढ़ से एक गाड़ी परचेज करने के बहाने आया था। अब स्पैशल स्क्वायड महिलाओं की तलाश में छापेमारी कर रही है।
संदिग्धों को सामान देती सी.सी.टी.वी. में कैद हुईं महिलाएं :
सुखपाल काम्पलैक्स के मुख्य गेट के अंदर शाम लगभग 6 बजकर 32 मिनट पर दाखिल हुआ उसके साथ एक और शख्स था। दोनों 2 मिनट तक गेट पर ही खड़े रहे और इस बीच उन्होंने किसी को फोन किया। फोन करने के कुछ सैकेंड बाद ही काम्पलैक्स के अदंर से एक महिला आई और दोनों को कुछ दिया और उसी रास्ते से चली गई। उसके पीछे-पीछे सुखपाल चला गया, जिसके कुछ ही सैकेंड बाद दूसरी महिला आई।
उसके हाथ में एक लिफाफा था उसने दूसरे संदिग्ध से बात की और मुख्य गेट के बाहर जाकर खड़ी हो गई। वहीं पर संदिग्ध चला गया और महिला ने पकड़ा लिफाफा उसे दे दिया। जिसके बाद संदिग्ध व महिला दोनों सड़क की दूसरी और खड़े हो गए। वहां पर एक सफेद रंग की कार रूकी, जिसमें दोनों बैठे और चले गए।
रैंट डीड बनाई हुई थी : दविंद्र कौर
फ्लैट नंबर-1838/3 की मालकिन रिटा. प्रिंसिपल दविंद्र कौर ने बताया कि वह पति के साथ आनंदपुर साहिब में रहती हैं और उनका बेटा ऑस्ट्रेलिया में। उन्होंने प्रॉपर्टी डीलर जगदीप सिंह के माध्यम से मकान किराए पर दी थी। मकान किराए पर देने से पहले किराएदारों की वैरीफिकेशन करवाई थी। बकायदा उनसे रैंट डीड बनाई थी। उन्होंने काम्पलैक्स में 1998 में फ्लैट लिया था। ऐसी वारदात घटने के बाद वह इन युवकों से फ्लैट खाली करवा लेंगी।